Har Har Mahadev



कैसे कह दूँ कि मेरी, हर दुआ बेअसर हो गई।
मैं जब जब भी रोया, मेरे भोलेनाथ को खबर हो गई ।।

मस्तक सोहे ‪#‎चन्द्रमा‬,गंग ‪#‎जटा‬ के बीच ‪#‎श्रद्धा‬ से ‪#‎शिवलिंग‬ को, निर्मल जल मन से सीच !! ‪#‎नीलकंठ‬ ‪#‎महादेव‬ की जय !!

हम ‪#‎महादेव‬ के दीवाने है! तान के ‪#‎सीना‬ चलते है!
ये #महादेव का जंगल है! यहाँ शेर ‪#‎श्रीराम‬ के पलते है!

#‎माया‬ को चाहने वाला ‪#‎बिखर‬ जाता है, 
और
मेरे ‪#‎महादेव‬ को चाहने वाला ‪#‎निखर‬ जाता है...! 

हे शिवशंकर हे भोलेनाथ!
जीतेंगे हम हर बाजी...
बस देना हरपल साथ!
...हर हर महादेव...



‪#‎चिलम‬ के ‪#‎धुंये‬ में हम ‪#‎खोते‬ चले गये.
‪#‎बाबा‬ होश में थे ‪#‎मदहोश‬ होते चले
गये # जाने क्या # बात है.
‪#‎महादेव‬ के ‪#‎नाम‬ में न ‪#‎चाहते‬ हुये भी उनके होते
‪#‎चले‬ गये
‪#‎जय_महाँकाल‬


शिव की बनी रहे आप पर छाया, पलट दे जो आपकी किस्मत की काया;

मिले आपको वो सब अपनी ज़िन्दगी में, जो कभी किसी ने भी न पाया! 

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